पैसा
पैसा जोड़ने से जुड़ता नहीं
पैसा खर्च करने से कम होना नहीं
जहाँ जायज हो
वहाँ सौ रूपये खर्च कम है
जहाँ जायज़ ना हो
वहाँ एक रूपये का खर्च व्यर्थ है
पैसा, पैसा बनाता है
जोख़िम बिना पैसा नहीं बढ़ता
बिना लेखा के प्रगति नहीं
बिना योजना के भविष्य नहीं गढ़ता।
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