ख़ुशबू
हवा के झोंको ने ‘ख़ुशबू‘ बनकर
मुझे आज गुदगुदाया है
तुमने हवा में आज
कब नहाया है?
ख़ुशबू को
दिल की बात
आज क्यूं बतायी है !
ख़ुशबू भी आज
इठलाने लगी है
तेरी याद
दिलाने लगी है
ख़ुशबू से कह दो
हवा से दूर चली जा
या हवा से कह दो
अपना रास्ता बदल ले
हवा और ख़ुशबू
गर बात ना माने तेरी
दिल को मेरे घर का
जरा पता बताकर तो देखो
ख़ुशबू कैसे
फ़िज़ा में घुली है
ये, तुम
मेरे घर आकर देखो।
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