माँ का प्रतीक
’’माँ’’ सिर्फ नारी का रूप नहीं,
यदि भाई के स्नेह में,
’’माँ का एहसास’’ हो,
तब वह भाई भी ’’माँ का प्रतीक’’ है।
(भाई श्री भीखमचंद सांखला के संदर्भ में, बाई का नजरिया से)
’’माँ’’ सिर्फ नारी का रूप नहीं,
यदि भाई के स्नेह में,
’’माँ का एहसास’’ हो,
तब वह भाई भी ’’माँ का प्रतीक’’ है।
(भाई श्री भीखमचंद सांखला के संदर्भ में, बाई का नजरिया से)
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