माँ, तुम याद आती हो
माँ! आज सारी रात, याद आती रही तेरी।
कैसे याद नहीं करता तुझे?
जब नींद मेरी पलक में थी ही नहीं,
फिर कौन मुझे अपनी गोद में बिठाकर
बालों में उँगलियाँ घुमाकर,
नींद के आग़ोश में ले जाता।
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