राजा की खरोंच

दुर्घटना में
इंसान कुचला गया
इंसान मर गया
भीड़ चली गई
मरने वाला
कोई राजा तो नहीं था
जो उसकी चीख़
मौका परस्त लोगों को
कोठे में घुंघरू के बीच
सुनाई दे जाती
चापलूस !
राजा के दर्द की अनुभूति
अपने जिस्म को छीलकर
अहसास कराने से बाज न आते
यह लोभियों का बाजार है
यहाँ हर चीज बिकती है
रंक की चीख के आगे
राजा की खरोंच दिखती है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Subscribe