Sunburst Over River

Category: कविताएँ

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा माई मुझे कहती है तू ले जग के फेरे अकेले मैं हूँ तेरे डेरे में

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा इंक्यावन शक्तिपीठ में ये शक्तिपीठ निराला है दांत गिरा है माई का मगर नयन यहाँ निराला है

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा चैत्र और क्वार की नवमीं माई के मेला सजाये हैं माई के धाम में अपनी मनोकामना के जोत जलाये हैं

  • छोड़ दिया

    छोड़ दिया तूने सब कुछ किया, मेरे हवाले अब छोड़ दिया सब कुछ, तेरे हवाले

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा इन्द्रावती नदी अबूझमाड़ का द्वार खटखटाती है माई जी का चमत्कार मुड़ियां-माड़िया का बतलाती है

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा माई की डोली जगदलपुर जाये है सब के संग दशहरा मनाये है राजा प्रवीरचंद भंजदेव भी माई जी को भाये है

  • एहसास

    एहसास अक्सर बच्चों की निगाहें शून्य में निहारती रहती है माँ को, कहीं माँ नज़र आ जाये और एहसास दिला जाए हाँ बेटा, मैं तेरे क़रीब हूॅ तू […]

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा फूलपाड़, हांदावाड़ा, प्रतापगिरी,, चित्रकूट और तीरथगढ़ का झरना माई की महिमा गाये है बहते पानी संग माई के चमत्कार सुनाये है

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा बैलाडीला की खान माई का करे बखान लोहा बन पत्थर माई का करता गुणगान

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा बस्तर के बाजार में माई जी की कृपा अपार है आम, इमली, गोंद, चिरौजी महुआ, ताड़ी, तेंदूपत्ता की बहार है