Sunburst Over River

Month: March 2024

  • अपरिग्रह

    अपरिग्रह जो चीज अपनी नहीं उसका मोह कैसा?

  • जीवन-एक दृष्टिकोण

    जीवन-एक दृष्टिकोण जीवन को समझना उतना ही मुश्किल है जितना ख़ुद को समझ लेना हम चाहते क्या हैं? हमें ही नहीं मालूम क्या सारी दौलत, सारी ख़ुशी सारी […]

  • आत्म-चिंतन

    आत्म-चिंतन भीतर झांक कर देखना ख़त्म करता है, अशांत मन को मन की शांति का यह अचूक तरीक़ा सदियों से मन के भटकाव को रोकने का नायाब तरीक़ा […]

  • हक़ीक़त

    हक़ीक़त चाहत से मिलती है ज़िंदगी ज़िंदगी चाहत का नाम है आज इंसान चाहत से दूर मदहोश होकर, पैसा बटोरने में, चाहत की कब्र खोदकर चाहत को दफनाने […]

  • साथी

    साथी साथ रहकर परवाह करने से बेहतर है साथ रहने का एहसास करना

  • अतिक्रमण

    अतिक्रमण अतिक्रमण इंसान हटाता है भाई-चारा निभाता है प्रकृति भाई-चारा देखती है भाई को हटाकर, चारा समेटती है।

  • क़ानून का भय

    क़ानून का भय क़ानून का भय हो किन्तु क़ानून से डरे नहीं जो क़ानून तोड़े वही क़ानून से डरे।