Sunburst Over River

Month: December 2023

  • साथ

    साथ मैं माँ के साथ रहा 27 बरस माँ मेरे जे़हन में अब भी मेरे साथ है क्या ये कम है? मेरे लिए।

  • क़ब्र

    क़ब्र जिंदा लाशों की क़ब्र का प्रतीक कर्फ्यूग्रस्त शहर का हर चौराहा।

  • फिदा

    फिदा

    फिदा माँ, मैं तेरी ’’ख़ूबसूरती’’ पर फ़िदा हूँ ऐ मालिक ! मेरे चेहरे को मेरी माँ के तलवों की ख़ूबसूरती नसीब हो।

  • बेटी माँ रूप में 

    बेटी माँ रूप में 

    बेटी माँ रूप में  ’’बेटी माँ के रूप में’’ तब होती है जब ’’बेटी’’ पिता को नई राह दिखाए। और माँ के समान, प्यार कर, राह में साथ […]

  • सीख

    सीख

    सीख आज माँ की याद ने एक सीख दे दी चलने के लिए कारवाँ की नहीं… हौसले की ज़रूरत होती है और मैं अकेला चल पड़ा।

  • रिश्ता

    रिश्ता

    रिश्ता रिश्ता गैरों से बनाने में जीवन लगाते हैं रिश्तेदार कल काम आएंगे वक़्त की धूप ने जीवन की चमक को धुँधली, क्या किया? रिश्तेदारों ने धूप में […]

  • हुनर

    हुनर

    हुनर टूटकर जुड़ने का हुनर सीखे, तो क्या सीखे ? बिखरकर मिलने का हुनर सीखे तो क्या सीखे ? इससे तो, अच्छा था हम टूटकर बिखरते ही नहीं। […]

  • राही

    राही

    राही राह में भटकते-भटकते, मैं थक गया हूं ऐ राही… मुझे उस राही से मिला दे जिसके सीने में दिल हो जिसके दिल में धड़कन हो जिसे खुद […]