Sunburst Over River

Category: कविताएँ

  • दर्द की अनुभूति

    दर्द की अनुभूति मृत्यु शाश्वत सच है, किन्तु माँ की मृत्यु दे जाती है अनुभूति दर्द की… खुद के दर्द के लिये अपनों का दर्द जानना आवश्यक है। […]

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा माई की पायल के छन-छन संग राजा अन्नम देव आगे बढ़े गुम हो गई पायल की झनकार ज्यों ही मुड़े अन्नम देव माई डंकिनी-शंखिनी द्वार […]

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा आस्था का मंदिर बस्तर की शान मां दन्तेश्वरी जग में महान

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा लाल चुनरी में माई जी कितनी सुंदर लागे है आंखों में काजल माई का अनिष्ट दूर भगावे है

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा माई की फ़िजा में सुकू है सारे जहां का माई की बगिया में आनंद है तीनों जहां का

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा माई की बगिया में मैंने माई का चरण देखा है ये डंकिनी-शंखिनी नदियों का अद्भुत संगम मैंने देखा है

  • माईजी का इक्तीसा

    माईजी का इक्तीसा ये डंकिनी-शंखिनी नदियाँ माई के पाँव पखारे हैं राजा अन्नम देव संग पधारी ये दन्तेश्वरी माई हमारी हैं

  • माँ की निगाहें

    माँ की निगाहें बच्चों की निगाहें, हरदम शून्य में निहारती रहती है माँ को, क्योंकि ’’माँ की स्वप्निल निगाहें’’ हर लेती है, सब दुःखों को बच्चों के ।

  • माजीसा के चरणों में

    माजीसा के चरणों में मेरी गलती क्षमा कर मुझ पर दया कर मेरी प्रार्थना स्वीकार कर ओ रानी भटियाणी

  • माँ, तुम याद आती हो

    माँ, तुम याद आती हो माँ! आज सारी रात, याद आती रही तेरी। कैसे याद नहीं करता तुझे? जब नींद मेरी पलक में थी ही नहीं, फिर कौन […]