Sunburst Over River

Category: कविताएँ

  • माजीसा के चरणों में

    माजीसा के चरणों में ये मरूधर नहीं है मेरे भाई यहाँ माजीसा का चमत्कार है ये मरूधर नहीं है मेरे भाई यहाँ माजीसा का दुलार है

  • माजीसा के चरणों में

    माजीसा के चरणों में ये जसोल की फ़िजा है यहाँ जन्नत की बहार है ये जोगीदा का आँगन है यहाँ बुआसा का प्यार है

  • माजीसा के चरणों में

    माजीसा के चरणों में प्रकाश माली की आवाज़ को माजीसा ने आवाज़ दीनो है तभी तो प्रकाश माली ने हरपल माजीसा रो नाम लीनो है

  • माँ का प्रतीक

    माँ का प्रतीक ’’माँ’’ सिर्फ नारी का रूप नहीं, यदि भाई के स्नेह में, ’’माँ का एहसास’’ हो, तब वह भाई भी ’’माँ का प्रतीक’’ है। (भाई श्री […]

  • माजीसा के चरणों में

    माजीसा के चरणों में हर भाँति-भाँति के लोग हर जाति-जाति के लोग जसोल के मंदिर में यही नज़ारा रोज

  • प्रकृति

    प्रकृति विधाता का सुन्दर सृजन है, ’’प्रकृति’’ ’’प्रकृति का उपहार है माँ’’। ’’माँ’’ ही ’’प्रकृति’’ है ’’प्रकृति’’ ही ’’माँ’’।।

  • श्री गणेश

    श्री गणेश एक बार दिल की बात दिल से श्री गणेश करके तो देखिये कैसे विघ्नहर्ता आपके विघ्न को हर कर एक दंत एक लक्ष्य देकर गजराज गज […]

  • माजीसा के चरणों में

    माजीसा के चरणों में भाटी कुल में जनमिया जैसलमेर की महरानी राठौर कुल की शान बनी म्हारी रानी भटियाणी

  • माजीसा के चरणों में

    माजीसा के चरणों में जोगीदा के आँगन में प्यार है माजीसा का जसोल की फ़िजा में सुकूँ है तीनों जहाँ का

  • माँ-माँ होती है…

    माँ-माँ होती है… एक बच्चे के लिए, उसका पिता दोस्त या दुश्मन हो सकता है, दोस्त कभी दुश्मन दुश्मन कभी दोस्त हो सकता है। अपने पराये, पराये अपने […]