वजूद
क्या
वजूद के बिना
जीवन
अधूरा है?
क्या
वजूद ही
सफलता का
मापदंड है?
औरों को
गिराकर
कुछ पा लेना
क्या वजूद है?
क्या औरों के
दर्द, खु़शी के लिए
कुछ खो देना,
वजूद नहीं है
नामी की ज़िंदगी हमेशा,
वजूद नहीं हो सकती।
और ना ही।
गुमनामी की ज़िदगी
बिना वजूद के कहा जा सकता है।
आखि़र…
वजूद को जाने कैसे?
‘मै’ में लिपटा मेरा व्यक्तित्व वजूद नहीं है
‘हम’ को दर्शाता मेरा व्यक्तित्व ही वजूद है।
तभी तो कहा जाता है,
वजूद नहीं, तो जीवन नहीं।
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