Sunburst Over River

Category: कविताएँ

  • तुम मुझे कैसे भूला पाओगी

    तुम मुझे कैसे भूला पाओगी तुम लाख भुलाना चाहो मुझे तुम मुझे भूला नहीं पाओगी बांधो को देखकर भूल न करना कि नदियां बहना भूल गई शहरों के […]

  • प्यार

    प्यार ज़िंदगी, अब कितनी हँसी, ख़ूबसूरत लगने लगी है यकीं मानिये जब से प्यार किया है आपसे… अब हमें भी आपकी तरह अपने आप से प्यार होने लगा […]

  • खुशबू

    ख़ुशबू हवा के झोंको ने ‘ख़ुशबू‘ बनकर मुझे आज गुदगुदाया है तुमने हवा में आज कब नहाया है? ख़ुशबू को दिल की बात आज क्यूं बतायी है ! […]

  • मत रोको धड़कनो को

    मत रोको धड़कनो को

    मत रोको धड़कनो को धड़कनो को पलकों तक आने दो निगाहों को दिल की बात बताने दो। निगाहों को निगाहो में डूब जाने दो तुम्हारी धड़कनों को कुछ […]

  • चाँद

    चाँद

    चाँद चाँद भी ठहर गया, तेरी आहट सुनकर वो नहीं जायेगा, तुझे देखे बिना चाँद भी फ़िदा है, तेरी ख़ूबसूरती पर हम भी चाँद को निहारेंगें, तेरे दीदार […]

  • हमनफ़स

    हमनफ़स

    हमनफ़स मन मायूस हो जाता है जब जिस्म में पंख नज़र नहीं आता है मत मायूस हो, मेरी हमनफ़स ख़्वाब में पंख लगा उड़ आ आकाश में मैं […]

  • विश्व जनसंख्या दिवस

    विश्व जनसंख्या दिवस

    विश्व जनसंख्या दिवस हम एक से आठ अरब हो गए प्रकृति हमें बोझ नहीं समझती प्रकृति हमें अपनी ख़ूबसूरती जल, ज़मीन, जंगल दिखाना चाहती है। हम प्रकृति को […]

  • मोहब्बत

    मोहब्बत

    मोहब्बत मोहब्बत ही तो है जो मोहब्बत करना सिखाती है। उनके साथ… अपने आप से भी मिलाती है उनकी मुस्कुराहटें हमारे रोम-रोम को गुदगुदाती है उनका दर्द हमारे […]

  • सात जन्मों का रिश्ता

    सात जन्मों का रिश्ता

    सात जन्मों का रिश्ता ख़ुशबू तेरे क़दमों से आ रही है, हवाओं का रूख बता रही है। कई जन्मों से तरसे थे, कान मेरे आज तेरे शब्द, कानों […]